अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की टेंशन बढ़ सकती है। चीन की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी के फाउंडर और CEO रेन जेंगफेई ने ऐसे संकेत दिए हैं कि अमेरिका की तमाम कोशिशों के बावजूद यूरोप हुवावे को बैन नहीं करेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने नेशनल इमरजेंसी घोषित करते हुए हुवावे के साथ किसी अमेरिकी कंपनी के कारोबार करने पर रोक लगा दी है। ट्रंप ने कहा है कि कोई भी अमेरिकी कंपनी बिना सरकारी मंजूरी के हुवावे के साथ कोई डील नहीं करेगी। अमेरिकी प्रतिबंध से हुवावे के 5G टेक्नोलॉजी का कारोबार प्रभावित होगा।
ट्रंप के इस फैसले के बाद गूगल, क्वालकम और इंटेल जैसी कंपनियों ने भी हुवावे के साथ अपने कारोबारी रिश्ते खत्म कर लिए हैं। अमेरिका चाहता है कि यूरोपीय देश भी हुवावे पर प्रतिबंध लगा दें।हालांकि जेंगफेई ने साफ संकेत दे दिए हैं कि यूरोपीय देश अमेरिका के रास्ते पर नहीं चलेंगे।
कंपनी के CEO ने कहा, मुझे 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर दोपहर की चाय पीने की आदत है। वे मुझसे पूछते हैं कि मैं कैसे पूरी दुनिया के साथ चल पाता हूं तो मेरा जवाब होता है यह दोपहर की चाय का असर है।
जेंगफेई ने आगे कहा, हम अलग-अलग देशों के नेताओं से बात कर रहे हैं। उन्होंने मुझे डाउनिंग स्ट्रीट पर दोपहर की चाय के लिए बुलाया है। हर देश का अपना फायदा है। मेरे खिलाफ अमेरिका का कैंपेन इतना पावरफुल नहीं है कि सब उनकी बात मान जाएं।
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