ई-वॉलेट में आपके पैसे की पूरी सुरक्षा अभी एक चुनौती बनी हुई है। इसीलिए आरबीआई अब वॉलेट ग्राहकों की केवाईसी अनिवार्य करने जा रही है। लगे हाथ कंपनियों ने भी आरबीआई से इंटरपोर्टेबिलिटी की मांग रख दी है। इसमें आपका क्या फायदा है, ये बता रही हैं संवाददाता निधि राय। हो सकता है कि जल्दी ही आपको एक ई-वॉलेट से दूसरे ई-वॉलेट में पैसे भेजने की सुविधा मिले।
वॉलेट कंपनियों ने आरबीआई से इसकी छूट मांगी है। दरअसल, आरबीआई ने ई-वॉलेट और एम-वॉलेट ग्राहकों की अनिवार्य केवाईसी के लिए ड्राफ्ट गाइडलाइंस जारी की है। अब कंपनियां कह रही हैं कि केवाईसी करवाने में उन्हें प्रति ग्राहक 150-200 रुपये खर्च करने पड़ेंगे, इसलिए उन्हें इंटरपोर्टेबिलिटी यानि बैंकों की तरह एक से दूसरे वॉलेट के बीच ट्रांजैक्शन की छूट मिले। इससे व्यापारियों और ग्राहकों को भी फायदा होगा।
No comments:
Post a Comment