Tuesday, 27 September 2016

डोनाल्ड ट्रंप से डरे ग्लोबल बाजार!

रिपल्स एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड के मुताबिक़ राष्ट्रपति चुनाव के ताजा सर्वे में ट्रंप की बढ़त से अमेरिकी बाजारों में निराश देखने को मिली है। डाओ जोंस करीब 1 फीसदी गिर कर बंद हुआ है। ताजा चुनावी सर्वे में ट्रंप बढ़त बनाते हुए हिलेरी से 2 प्वाइंट आगे निकल गए हैं। ट्रंप की बढ़त से अमेरिकी बाजारों में गिरावट देखने को मिली है। कल के कारोबार में फाइनेंशियल, हेल्थकेयर शेयरों की खासी पिटाई हुई। 

 

अमेरिका में पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में डोनाल्ड ट्रंप ने वायदा किया है कि टैक्स दर 35 फीसदी से घटाकर 15 फीसदी की जीएगी, बाहरी लोगों को रोजगार से पहले अमेरिकी लोगों को रोजगार मिलेगा। रोजगार पर अमेरिका के लोगों का पहला हक है। डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी बहस में कहा कि मैक्सिको के साथ टैक्स समझौते में बदलाव की जरूरत है। अमेरिका से नौकरियों के बाहर जाने से रोकने की जरूरत है। हजारों कंपनियां अमेरिका छोड़ती रही हैं। अमीर लोग नौकरियों के ज्यादा मौके दे सकते हैं। 

 

हिलेरी क्लिंटन के तर्क हैं कि 2008 की मंदी टैक्स की गड़बड़ नीतियों के चलते थीं। ट्रंप की टैक्स पॉलिसी से उनके परिवार को ज्यादा फायदा देगी। सभी के हितों का ध्यान रखने वाली इकोनॉमी होनी चाहिए। हमारी टैक्स नीतियों से 1 करोड़ रोजगार के मौके होंगे। विदेश मंत्री रहने के दौरान पर चीन को एक्सपोर्ट 50 फीसदी बढ़ा है। 

 

बता दें कि अमेरिका में प्रेसिडेंशियल डिबेट की राष्ट्रपति के चुनाव में अहम भूमिका होती है। डेमोक्रेट, रिपब्लिकन उम्मीदवार 3 बार सीधी बहस करते हैं। दोनों कैंडिडेट प्रमुख नीतियों पर बहस करते हैं। इस बहस के आधार पर मतदाता अपनी राय बनाते हैं। पूरी दुनिया में करोड़ों लोग टीवी पर ये बहस देखते हैं। 

 

हिलेरी बनाम ट्रम्प डिबेट में अमेरिका के आर्थिक विकास, सुरक्षा पर मुख्य रूप से चर्चा हो रही है। सर्वेक्षणों में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर है। 90 मिनट की बहस टीवी पर करीब 10 करोड़ लोग देखेंगे। न्यूयॉर्क के होफस्ट्रा यूनिवर्सिटी में पहली बहस हे रही है। 9 अक्टूबर को सेंट लुईस के वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में दूसरी बहस होगी। जबकि तीसरी बहस 19 अक्टूबर को लास वेगस के यूनिवर्सिटी ऑफ नेवादा में होगी। 

 

सिंगापुर से आईडीसी फाइनेंशियल इनसाइट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर सायरस दारूवाला का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि अमेरिकी चुनाओं के प्रेसीडेंसियल डिबेट के वक्त बाजार में गिरावट देखने को मिली है। 

 

सायरस दारूवाला के मुताबिक हिलेरी क्लिंटन का जीतना बाजार और इकोनॉमी के लिए अच्छा होगा। वहीं डॉनल्ड ट्रंप का जीतना बाजार को पसंद नहीं आएगा। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका में कुछ भी होता है तो भारतीय बाजारों पर ज्यादा असर पड़ेगा जबकि चीन के बाजारों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा|

 

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