दिल्ली में जहरीली हवा, प्रदूषण को काबू करने की कोशिश शुरू
एनसीआर में प्रदूषण के कारण हालात बदतर होते जा रहे हैं। ये लगातार आठवां दिन है, जब दिल्ली में प्रदूषण सामान्य से 10 गुना है। हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि दिल्ली सरकार ने 3 दिन तक सभी स्कूल बंद कर दिए हैं। राजधानी में 5 दिनों के लिए कंस्ट्रक्शन और डिमॉलिशन को बंद कर दिया है। साथ ही बदरपुर पावर प्लांट को भी 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। इसके अलावा जनरेटर बंद करने और प्लांट से राख उठाने पर पाबंदी लगा दी गई है।
सड़कों पर जमी धूल को साफ करने के लिए दिल्ली सरकार ने पानी का छिड़काव भी शुरू कर दिया है। प्रदूषण को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप राज्यपाल नजीब जंग भी बैठक कर रहे हैं। इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो ने भी कंक्रीट तोड़ने का काम रोक दिया है। वहीं प्रदूषण के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे ने दिल्ली सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया है।
एनजीटी ने प्रदूषण नियंत्रित करने में विफल रहने पर दिल्ली सरकार की खिंचाई की है। एनजीटी ने उम्मीद जताई है कि पानी के छिड़काव से प्रदूषण में कमी आएगी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सख्त लहजे में कहा कि सरकारें और एजेंसियां नियमों का पालन करने का प्रयास करें, न कि सिर्फ कागजी कारवाई। हालांकि इस मामले पर कल एनजीटी विस्तृत सुनवाई करेगा, जिसमें 5 राज्यों के पर्यावरण सचिव को भी तलब किया गया है।
इधर, बढ़ते प्रदूषण का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने याचिका दायर कर सुप्रीम कोर्ट में अर्जेंट सुनवाई की मांग की है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित एनवायरमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी की ओर से भी कोर्ट को बताया गया है कि दिल्ली के हालात बेहद खराब हैं। इस मामले पर कोर्ट कल सुनवाई करेगा।
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