65 लाख डेबिट कार्ड हो सकते हैं फ्रॉड का शिकार
कोई अपने बच्चों की स्कूल फीस नहीं दे पाया। किसी की महीनों की गाढ़ी कमाई लुट गई। किसी के त्योहारों पर शॉपिंग के सपने चकनाचूर हो गए। किसी की दिवाली काली हो गई। ये है देश का सबसे बड़ा एटीएम कार्ड कांड। 19 बैंकों के 65 लाख बैंक खाता धारक 3 महीने तक लुटते रहे और हमारा पूरा सिस्टम कुछ नहीं कर पाया। अब अफरातफरी मची है। सरकार बैंकों से रिपोर्ट मांग रही है। बैंक सफाई दे रहे हैं। ग्राहक एटीएम मशीन से लेकर बैंक और फिर थाने के चक्कर लगा रहे हैं। सवाल ये है कि किसकी गलती है? कौन भरेगा पैसा? आगे ऐसा न हो इसके लिए क्या किया जा रहा है? और सबसे बड़ी बात, आम आदमी ऐसी हैकिंग से बचने के लिए क्या कर सकता है?
एटीएम डेबिट कार्ड फ्रॉड का मामला और बड़ा होने का खतरा है। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट को आशंका है कि 65 लाख से ज्यादा डेबिड कार्ड का डेटा चोरी हुआ है। हालांकि अभी 32 लाख डेबिट कार्ड के प्रभावित होने की बात कही जा रही है।
इधर महाराष्ट्र साइबर क्राइम सेल ने पूरे मामले में जांच तेज कर दी है और उसने बैंकों से रिपोर्ट मांगी है। खबर ये भी है कि आईटी मिनिस्ट्री के तहत काम करने वाले संगठन सर्ट इन ने साढ़े तीन महीने पहले आरबीआई और बैंकों को साइबर अटैक के खतरे के बारे में बता दिया था। सरकार भी पूरे एक्शन में है। सरकार ने बैंकों से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है।
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